उसकी आँखें मानो कुछ कहना था, उसे। सैकड़ो दर्द दफन थी , भोली सी एक सूरत थी। बड़ा अजीब सी निगाहें, जैसे मुझे ही घूर रही थी।। न जाने किन उलझनों में थी वो ,बस मुझे घूर रही थी। पता नही क्या हुआ मुझे , दिल बैचैन सा क्यू लगने लगा मुझे। शायद हम अजनबी थे। पर मानो लगा जैसे दिल बहूत ही करीब थे। #nojoto #love #kabhishala