#OpenPoetry परीक्षा संसार की प्रतीक्षा परमात्मा की और समीक्षा अपनी करनी चाहिए। लेकिन हम परीक्षा परमात्मा की प्रतीक्षा सुख की और समीक्षा दूसरों की करते हैं उम्मीदों का दामन थाम रहे हो जब नाकामियां चरम पर हो तो कामयाबी बेहद करीब होती है