कुछ इश्क़ कर के भी देखा... कुछ काम कर के भी देखा.... यह एहसास तो हुआ कि...... जिम्मेदारियां दोनों में होती हैं... इश्क़ और काम inspired again by poem of javed akhtar - (kuchh ishq kiya kuchh kaam kiya)