मुमकिन नहि है तुम को भुलाना दुर जाए कैसे... ओ साहिबा मुमकिन नहि है तुम को भुलाना दुर जाए कैसे... ओ साहिबा हर रास्ते मे तु हि नजर है हर ख्वाब मे भि तु हि तु है... जाने तमन्ना किस मोड पे है तु हि बतादे ओ साहिबा... (x2) सासेले कैसे, दम घुट्ता है मरजाए कैसे दिल रोकता है हारे हुए दिल क्या क्या बताए जो दर्द है सिने मे, तुम हे क्या क्या सुनाए... मुमकिन नहि है तुम को भुलाना दुर जाए कैसे... ओ सहिबा हर रास्ते मे तु हि नजर है हर खवाब मे भि तु हि तु है... मुमकिन नहि है तुम को भुलाना दुर जाए कैसे, ओ साहिबा मुमकिन नहि है तुम को भुलाना दुर जाए कैसे, ओ साहिबा.... ©Yudi Shah मुमकिन नहि है तुम को भुलाना दुर जाए कैसे... ओ साहिबा मुमकिन नहि है तुम को भुलाना दुर जाए कैसे... ओ साहिबा हर रसते मे तु हि नजर है हर ख्वाब मे भि तु हि तु है...