अभी अँधेरा नही हुआ में रौशनी बन उभर जाऊंगा... न इतराओ अन्धकार में दिप जरूर जलाउंगा अरे नदियो में वो बात नही में समन्दर बन जाऊँगा इन प्यासी आँखों में विश्वास फिर जगाऊंगा अरे देख लेना तुम साहब में जग में छा जाऊंगा अरे क्या औकाद किस्मत की में स्वयं ही समय लाऊंगा अभी अँधेरा नही हुआ में रौशनी बन उभर जाऊँगा...---सरकार✒ Arun Raina