क्या बताऊँ आज की किस और बढ़ रहा हूं मैं , बढ़ती घटती मांग का अध्याय पढ़ रहा हूं मैं , धन की महत्ता राष्ट्र और संसार में इतनी है की, खाली जेब है मेरी और अर्थशास्त्र पढ़ रहा हूं मैं // 🙄🌺🙄🌺🙏🙏🙄🙏🌺🙏🌺🙏🙄 #Economics ©अर्जुन भैरव #zindagikerang