मुँह में राम बगल में छुरी। ऐसों से बना कर रखें दूरी। आपको मक्खन लगाकर, करते है प्रशंसा भूरी भूरी। पीड़ा अपनी मत बताना , लाभ उठाते देख मज़बूरी। साथ देते सिर्फ तभी तक, जब ख्वाहिशें होती अधूरी। खुद को देव तुल्य बता, हरकतें करते हैं आसुरी। सितार का वादा करके, हाथ में थमा देते बाँसुरी । जब भी अपना पैसा मांगे, आनाकानी करते ये पुरी। धंधे में बहुत मंदी है आई, राग अलापते वही बेसुरी। बाहर से यह बनते भोले, अंदर से होते बड़े चातुरी। थोड़ा सा हम तेज जो बोले, शरीर में ले आते झुरझुरी। ✍🏻सुमित मानधना 'गौरव'😎 ©SumitGaurav2005 पैसे नहीं देने के कैसे i ke बहाने.. #business #creditors #व्यापार #sumitgaurav #sumitmandhana #sumitkikalamse #sumitgaurav2005 #Life #businessman #Trading