सपनों से परे एक दुनिया है मेरे लिए जहाँ मैं रहती हूँ तन्हा सिर्फ़ अपने लिए कुछ पल जो सिर्फ मेरे अपने होते हैं कुछ पल के लिए आँखों में सपनें होते है उस दुनिया मे कोई और आना नहीं चाहता मेरे सपनों का संग कोई और निभाना नहीं चाहता A challenge by Collab Zone🌟 सपनों से परे - beyond dreams ✔️समय - २४ फरवरी शाम ५ बजे तक ✔️ ४-६ पंक्तीयो में ही रचना लिखनी है ।