एक speech है जो अब तक deliver हुई नहीं, बस अपनी डायरी से है झांकती, खुद से कभी, VP Ed से कभी, एक slot है वो मांगती, जो practice के साथ stage पे deliver हो जाए वो, तो लोगों की तालियाँ पाकर award भी जीत जाए वो, लेकिन ये जो speech है, बस ख्वाब ही ख्वाब है। बैचेनी सी है जैसे मन में तैरती, बैचेनी जो बेआवाज़ है, जिसकी आहट तुमको भी है, जिसका एहसास मुझको भी है, Toastmasters से छुपता नहीं, जाने ये कैसा राज़ है। #toastmasters