बढे जिस्म के बावरे,पुरखा प्यासे सोय तर्क कुतर्क मंद बुद्धि से,नीच-नीच के होय बढे जिस्म के बावरे,पुरखा प्यासे सोय तर्क कुतर्क मंद बुद्धि से,नीच-नीच के होय....amit Lafz-e-faridi