सम्मान हमेशा माँ त्रिशाला का था वह गौरव,किया ऊँचा माँ का नाम, जन्मस्थली उस परम मुनि की थी पावन कुंडाग्राम | परम तपस्वी, मुनि शिरोमणि, साधक था निर्वेश जीवन -कला सिखाने को दिए अगणित उपदेश | मानवप्रेम, दया, अहिंसा से जीवन था निष्काम, ऐसे मुनिश्रेष्ठ को आओ करें शत -शत प्रणाम || @स्मृति.... मोनिका ✍️ ©स्मृति.... Monika #महावीर जयंती #25-4-21 के उपलक्ष्य में