दशहरे का पर्व मनाया जा रहा । रावणों पर अंकुश नहीं लग पा रहा ।। महिलाओं से दुष्कर्म, शव तक जला देना । किसानों पर निरंकुशता से, गाड़ी चढा देना ।। ज़िम्मेदार व्यक्ति का, ज़िम्मेदारी से मुंह चुराना । जनहित का पल पल, सिमटते मिटते जाना ।। रावणों की मौज है, दशहरा मोबाइल में रहा सिमटकर । हम आपसी बधाईयाँ दे रहे, हकीकत से मुंह मोड़कर ।। #ytdidi #ythoughts #kisaan #rape #murder #AaveshVaani #JanMannKiBaat