a-person-standing-on-a-beach-at-sunset प्यार में कवि हो या रार में कवि हो, हर हाल में कविताई, और पूछ उसकी कहीं नहीं, कोई नहीं वो पूछ, उसकी करे जो पूछ, कोई नहीं, कोई नहीं। दुश्मन है आपका वो, बरबाद कर रहा है, जीवन है आपका वो, बरबाद कर रहा है, अनबन है आप ही से, आडंबर कर रहा है, मंजूर न किसी को, वो मंजर कर रहा है, क्या तेवर कर है! धार में कवि हो या भार में कवि हो, हर हाल में कविताई। ©BANDHETIYA OFFICIAL #SunSet #पूछ कोई नहीं