♦️चाणक्य सूत्र : - ३५८ ।। अलोहमयं निगडं कलत्रम् ॥ ♦️भावार्थ : स्त्री बिना लोहे की बेड़ी है। 👉 पत्नी पति के लिए बिना लोहे की ऐसी बेड़ी है जिसे वह सहमति से स्वीकार करता है। इसका अर्थ यह है कि विवाह प्रथा स्वेच्छा से अपने पर लागू किया गया ऐसा धर्म-बंधन है जिससे स्वतः ही अनुचित कार्यों पर रोक लगती है।। ३५८ । 🙏🚩🇮🇳🔱🏹🐚🕉️ ©voice of heart.. #you #and #me #Madhav #Walk Mohit..Sharma. .F44 IshQ परस्त {Official} उसने मुझको खत लिखा था , खत में अपना मत लिखा था, मैंने पूछा प्यार करेगी, उसने केवल धत लिखा था,