तुम कहते हो जी करता है सारी खुशियां यहां सहेजकर रख जाने का जैसे प्राण निथारकर रख जाना बोल किसी गाने का! या प्रिय विरहाकुल उपवन में ऋतु वसंत आने का दीप अखंड जोग जुति सुंदर दृष्टि निज खो जाने का मीत! मिताई छोड़ सुलभ सुख मन विरस कहां माने का ऐसे हृदय लगाए मिले राजधन गोधन रस साने का रखना हो इतनी बात रखो हठ छोड़ो अब जाने का #toyou #yqhappiness #yqlove #yqbeholding #yqyouandme