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आज निहारा था चाँद को जब मैँने गौर से चाँद मेँ मुझ

आज निहारा था चाँद को जब मैँने गौर से 
चाँद मेँ मुझे कुछ बादल नज़र आ रहे थे 
मैँने सोचा क्या ये चाँद में दाग है 
पर जब सोचा तो समझ आया 
की नहीं ये  दाग नहीं 
चाँद अकेला न हो इसलिए ये 
बादल उसका साथ निभा रहे हैं
आज निहारा था चाँद को जब मैँने गौर से
                                       #NojotoQuote चांद
आज निहारा था चाँद को जब मैँने गौर से 
चाँद मेँ मुझे कुछ बादल नज़र आ रहे थे 
मैँने सोचा क्या ये चाँद में दाग है 
पर जब सोचा तो समझ आया 
की नहीं ये  दाग नहीं 
चाँद अकेला न हो इसलिए ये 
बादल उसका साथ निभा रहे हैं
आज निहारा था चाँद को जब मैँने गौर से
                                       #NojotoQuote चांद

चांद