बहन छोटी हो या बड़ी ,वो मां का ही साया है खुशियों का आज ठिकाना नहीं , घर भाई जो आया है । खुद से पहले उसको भोजन खिलाती मां बाबा की सारी डाट खुद पर लेकर उसको बचाती करके टीका बांध के राखी खूब इतराती उसकी खुशियों मे झूमती, दुखी होने पर आसू बहाती। जिसके होने से बहनों ने गुरुर अपनाया है भाई छोटा हो या बड़ा, पिता का ही साया है ।। बाकी फिर कभी ©Meri Kalam #bhai#nojotocreation#bond#love#views#merikalam