रास्तोँ पर चलते चलते ये साल भी निकल गया,, कभी नयी उम्मीद जगी कभी दिल खूब रोया,, कभी हँसी ठिठौली की कभी आंख बंद कर सपनो को जीए,, जीए कुछ ऐसे पल जो हमेशा रह जायगे बनकर याद,, कभी रह गए अकेले चलते उन रास्तोँ पर संभाला है खुदको खुद से जीतकर,, न लौटा सकेगा कोई समय की चलती बहार को,, आयगा नया साल फिर लिख जायगा एक नयी कहानी जो सुनायेगा हर कोई अपनी जुबानी।।। #yqbaba #yqdada #yqlife #newyear #thoughtoftheday #thoughts #life #resolution