Nojoto: Largest Storytelling Platform

जिसने तुझ को जान लिया। समझ लिया, पहचान लिया। कारण

जिसने तुझ को जान लिया।
समझ लिया, पहचान लिया।
कारण सब दुखों का ये मन।
ध्यान से ही इसका निवारण।
सांसों की लय से जीवन संवारा।
क्रोध, मोह, ना अब कोई विकारा।
हे, बुद्ध तुझे शत शत नमन।
शिक्षा पर तेरी अर्पित जीवन।

बुद्धम शरणम गच्छामि, धम्मम शरणम गच्छामि।


सभी मित्रों को बुद्ध पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं।

©Sunil Anand
  #BuddhaPurnima2021