बचपन और पॉकेटमनी टूट गई एक-दिन वो मेरी गुल्लक बचपन वाली, और बिख़र गई तिनका-तिनका जीवन की ख़ुशहाली,, चन्द रुपये मिलते थे जब हम उसमे खुश हो जाते थे, आधे पौने जैसे भी थे उन सपनों में खो जाते थे अब पैसे तो हैं पर बिना प्रेम के फ़ीकी है दीवाली सोंच रहा हूँ कि इज़ात करूँ कल इक़ गुल्लक ख़ुशियों वाली.....!! होली के थे रंग अनूठे,दिल में प्यार न कोई भी रूठे, आज दिखावा बचा बाक़ी रिश्ते हुए हैं ख़ाली,, सोंच रहा हूँ कि इज़ात कर कल इक़ गुल्लक ख़ुशियों वाली......!! ~आकाश सिंह~ तेरी यादें मेरी कलम से....💐💐 #बचपन #गुल्लक #इज़ात #दोस्त #इंसाफ #दाग #दोस्ती #वापिस #NojotoHindi #teriyaden #sad #love #alone #emotional #you #brokenheart #nojotohindi #nojotoshala #nojoto #romance #poems #quotes #friends #mothers #kiran