#यादों_का_झोला में सिमटी है यादें, गुज़रे अतीत से भरी है किताबें, कहीं इसमें दर्द है खुशियां भी संग है, बिछड़े जो मुझसे है उनकी भी यादें, वो बचपन की बातें जवानी की अल्हड़, यादों में जो थी किताबों में लिख दी, ज़रा इसको पढ़ना मुझे भी बताना, क्या कोई भी पन्ना तुझसे जुड़ी है.? #अजय57