न चित्र हैं ,न चरित्र हैं, न रामायण से संस्कार हैं l मर्यादा की पटकथा पर, अमर्यादित किरदार हैं। न भाषा हैं न वेशभूषा हैं, न धर्म की प्रस्तावना हैं। नादानी हैं या साजिस हैं, आहत हुई हिंदुयों की भावना हैं। ©Kavi Kapil Gupta #dESHIPOETRY #aadipurush