आरक्षण| ये है बस एक मानसिकता की कहानी रगों में खौलती है खून तुफानी अन्तर है बस इसमें सोच की नही तो हम ,तुम और वो, सब एक ही । होती है भरपूर इस पर राजनीति नेताओं का तोड़ना-जोड़ना भी इस पर ही फिर भी चलता है सिक्का उनका ही मान ये कि कमजोर हैं ये आरक्षित जाति । रगों में दौड़ती है जब रक्त लाल ही अंग भी हैं जब सब बराबर ही बुद्धि-विद्या में भी अब सब निपुण ही फिर किस वजह ये आरक्षण है मिलती । आरक्षण का मैं हूँ विरोधी नहीं पर दुरुपयोग इसका मन को इकझोरता कहीं वर्तमान पैमाना है इसका कुछ ठीक नहीं चलो कुछ बदलाव लायें इसमें ही सही । स्त्रीगढ़ित समाज के लिए ही आरक्षण दे बढायें इन सब की गति जाति-आधारित आरक्षण है जो मिलती बदल इसे भूख-प्यास से संघर्ष करते को दें शक्ति । ये है बस एक मानसिकता की कहानी ।। #Aarakshan #nojoto #kavishala #hindi #poetry