Alone तुम जिस रास्ते से गये थे, उसी रास्ते से लौट आने वाले थे मुझे हमेशा इस ग़लतफहमी में रखा कि तुम कभी ना जाने वाले थे माना कि गये तुम अपनी मंज़िल की तलाश में पर ये तो नहीं बताया कि जीना था मुझे सिर्फ काश में तकती रही मैं उन राहों को जिन राहों से तू गया था तेरे लौट आने की उम्मीद तो थी पर ये दिल अकेला हो गया था ना कोई चिट्ठी ना कोई संदेश, क्या भा गया तुझे वो बेगाना विदेश मेरे लिए तुम वही सुंदर हरी चूड़ियाँ लाने वाले थे तुम ही ने तो कहा था तुम लौट आने वाले थे.. laut aane wale the??