"अगर" ऐसा होता अगर वैसा होता, "अगर" ये होता अगर वो ना होता। "अगर" मगर के इर्द गिर्द, जीवन का ताना बाना है, "अगर"शब्द वो दरिया है जिसमें, नाकामियों को बहाना है। "अगर" हौंसले और विश्वास की खान है. ये आस के चराग़ों से भरी दुकान है। ग़र एक "अगर" न होता संसार चलायमान न होता। "अगर" इंसान को ख़ुद, की गलती बताता है, ये जीवन की हक़ीक़त से रूबरू कराता है। "अगर" में समाया पूरा ब्रमांड है, "अगर" उम्मीदों से भरा बाँध है। इस शब्द से जुड़ी एक दास्ताँ लिखें। #अगर #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqbaba #yqtales #motivation #inpirations #positivevibes