बरस भर याद आती नही कभी, सिर्फ़ एक दिन बना है याद करने के लिए , समय ही कहाँ है कि,बोलें और बात करें हिन्दी में हम अब, पीछे छूट गए सारे शब्द कहीं,जो दिन रात ज़ुबान पर रहते थे.. हिन्दी अन्य भाषाओं की जननी है मगर,आज माँ को सब भूल चुके, साथ चले ये अगर तो ,सब ख़ुद पर ही शर्मिन्दा हैं, रहे अंग्रेज़ी का सर पर हाथ,तो जैसे सब ईश्वर की कृपा है.. हिन्दी दिवस की बधाई सिर्फ़ मोबाइल और बोर्ड,बैनर पर रह गई, जहाँ गर्व करना था इस पर सदा,अब बोलने में शर्म सबको आ रही, अगर करना है इस पर नाज़,तो अपना कर दिल से,रख कर ज़ुबान पर सदा करो सब इसका मान.. यही है हमारा गौरव और पहचान… समस्त भारतीयों को #हिंदीदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi