जज्बातों को बिन कहे जो जान जाये ख्वाहिश है कोई हमे भी इतना चाहे मेरे एक छलके आंसू के लिये जो सारे जमाने से भी लड जाये और ज्यादा कुछ खूबियाँ नही मागता मेहबूब बस साथ मेरा ताउम्र निभाये #jajbat #khyal #mehbob #love #uttrakand #London#paris #nojotohindi #kavishala #hindipoetry# #khu#ख्याल#dil #manzil#through