Nojoto: Largest Storytelling Platform

मेरी ग़ज़लों का खुदारा यूं तमाशा ना बने, मैं उसपे

मेरी ग़ज़लों का खुदारा यूं तमाशा ना बने,
मैं उसपे शेर लिखूं, शेर भी अच्छा ना बने,

वो क्या दरख़्त जो तुझको ना दे सके साया,
वो संग क्या तेरे कूंचे का जो रस्ता ना बने,

सभी का हुस्न तेरे हुस्न का सदका हो मगर,
ये तेरा हुस्न किसी हुस्न का सदका ना बने,

अब तेरे ज़ात से है मुझको बगावत करनी,
दुआ है दिल पे यकीं का तेरे नक्शा ना बने !!

©Maqbul Alam मेरी ग़ज़लों का खुदारा यूं तमाशा ना बने,
मैं उसपे शेर लिखूं, शेर भी अच्छा ना बने,

वो क्या दरख़्त जो तुझको ना दे सके साया,
वो संग क्या तेरे कूंचे का जो रस्ता ना बने,

सभी का हुस्न तेरे हुस्न का सदका हो मगर,
ये तेरा हुस्न किसी हुस्न का सदका ना बने,
मेरी ग़ज़लों का खुदारा यूं तमाशा ना बने,
मैं उसपे शेर लिखूं, शेर भी अच्छा ना बने,

वो क्या दरख़्त जो तुझको ना दे सके साया,
वो संग क्या तेरे कूंचे का जो रस्ता ना बने,

सभी का हुस्न तेरे हुस्न का सदका हो मगर,
ये तेरा हुस्न किसी हुस्न का सदका ना बने,

अब तेरे ज़ात से है मुझको बगावत करनी,
दुआ है दिल पे यकीं का तेरे नक्शा ना बने !!

©Maqbul Alam मेरी ग़ज़लों का खुदारा यूं तमाशा ना बने,
मैं उसपे शेर लिखूं, शेर भी अच्छा ना बने,

वो क्या दरख़्त जो तुझको ना दे सके साया,
वो संग क्या तेरे कूंचे का जो रस्ता ना बने,

सभी का हुस्न तेरे हुस्न का सदका हो मगर,
ये तेरा हुस्न किसी हुस्न का सदका ना बने,
maqbulalam1313

Maqbul Alam

New Creator

मेरी ग़ज़लों का खुदारा यूं तमाशा ना बने, मैं उसपे शेर लिखूं, शेर भी अच्छा ना बने, वो क्या दरख़्त जो तुझको ना दे सके साया, वो संग क्या तेरे कूंचे का जो रस्ता ना बने, सभी का हुस्न तेरे हुस्न का सदका हो मगर, ये तेरा हुस्न किसी हुस्न का सदका ना बने, #Poetry