उलझने और कशमकश है बहुत पर उम्मीद की आश लिए बैठी हू ए जिदंगी चल तू जितनी चाले तेरी चाल के लिए मै भी चाल लिए बैठी हू...... मज़े ले रही हू मै भी इस आँख मिचौली का मिलेगी कामयाबी हौसला कमाल का लिए बैठी हू ... चल मान लिया कुछ दिन नही है हमारे मुताबिक किस्मत का ये हाल लिए बैठी हू ये दरद, ये दूफा,तुझे ही मुबारक मुझे क्या फिकर मुश्किलो की आशाए मैं बेमिसाल लिए बैठी हू..... #hope #leads #to #real #life