Nojoto: Largest Storytelling Platform

White हो गया अब तो ख़यालों का सफ़र भी दुश्वार दूर

White हो गया अब तो ख़यालों का सफ़र भी दुश्वार
दूर तक राह में है ख़ुद मिरी शोहरत का ग़ुबार

अपने ख़्वाबों को लिए घर से न बाहर निकलो
चार-सू शहर में है नाचते शो'लों की क़तार

बारहा नींद से यूँ चौंक उठा हूँ जैसे
मेरे बिस्तर पे तिरी याद हुई है बेदार

मैं समझता हूँ कि अब सिर्फ़ कुतुब-ख़ानों में
मुँह ज़माने से छुपाए हुए बैठी है बहार

रूह के ज़ख़्म उभरते हैं सवालों की तरह
मैं कहीं तेरी ख़ुदाई से न कर दूँ इंकार

तेज़-रौ वक़्त की आँधी में कहाँ तक आख़िर
काम आएगी उमीदों की ये कच्ची दीवार

एक सैलाब-ए-हवादिस का निशाँ हैं 'नक्श'
और क्या हैं मिरे लिक्खे हुए सारे अशआ'र

©Jashvant
  मैं कहीं तेरी खुदाई से न कर दूं इंकार  PФФJД ЦDΞSHI R... Ojha vineetapanchal Andy Mann Dr.Mahira khan  Ek Alfaaz Shayri Satyaprem Upadhyay Mukesh Poonia Parul rawat Manshi Sahu
jashvant2251

Jashvant

Bronze Star
New Creator
streak icon1

मैं कहीं तेरी खुदाई से न कर दूं इंकार @PФФJД ЦDΞSHI @R... Ojha @vineetapanchal @Andy Mann Dr.Mahira khan @Ek Alfaaz Shayri @Satyaprem Upadhyay @Mukesh Poonia @Parul rawat Manshi Sahu #Life

144 Views