Travel आज चल दिया हूँ मैं कहीं बनके मसाफ़िर ढूंढने मंज़िल रास्ते तो बहुत आये नज़र मुझे मगर सही राह कौन-सी यह नही मालूम मुझे बस एक उम्मीद से निकल आया हूँ घर से कि बढ़ूँगा आगे तो मंज़िल भी कहीं-न-कहीं मिल ही जाएगी माना रास्ते सरल न होंगे पाने को मंज़िल पर डगमगाए न कदम मेरे राह में इतने खुशगंवार देखूँ मैं हर रास्ते को,बस यही है ख्वाहिश मेरे मन की फिर हो जाएगी हर डगर पार,मिल जाएगी हर मंज़िल मुझे और फिर मेरे सपनों का आशियाँ भी सजकर तैयार हो ही जाएगा।। ◆Bhawna soni◆ #Travel #Manzil🖋️🖋️♥️ #hindipoetry❤ #suc©esSs #L👈Learning #like👍 #likeforfollow😇😇😄 #PoeT #Poetry📓 #poetrygirlbhawna❤️😊