दो बदन एक जान थे कभी बिछड़ने की पीड़ा क्या है तुमसे देखा ना जाएगा हलक तक जान आना मैने अब जाना तुमसे देखा ना जाएगा किसी का करीब आकर दूर जाना रात रात भर करवटें बदलना तुमसे देखा ना जाएगा धड़कते दिल से कैसे रिसता है खून जुदाई में तुमसे देखा ना जाएगा ******************** स्वरचित🌈मौलिक रचना #डॉलालथदानी🎉🌷 #अल्फ़ाज़_दिलसे❣️ वरिष्ठ #जनस्वास्थ्यविशेषज्ञ अजमेर 8005529714 07.06.2021 देखा नहीं जाएगा तुमसे... #देखानहींजाएगा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi