कमियां नहीं खलती मुझे मैं फ़ौलाद हूँ ना... मुझे बार-बार तोड़ते हो मुझे जोड़ना नहीं जानते तुम मुझे बस देखा है ऊपरी बनावट से तुमने तुम्हें ज़रूर मैं पत्थर की बनी लगती हूँ... तभी मुझपे प्रहार करते हो आत्मा को तार-तार करते हो मेरा निश्छल,निष्पक्ष और निष्कपट प्रेम तुम्हें सिर्फ़ बाहरी दिखावा लगता है... तुमसे क्या चाहूँ अब, जब तुम्हारी अनुभूति ही विलुप्त हो चुकी है... मर चुकी है तुम्हारी क्षमता प्रेम को समझने और प्रगाढ़ करने की.... मेरी मौन अभिव्यक्ति भी अब दब चुकी है मेरे अंदर ही... जैसे व्यक्ति अंतिम सांस लेता है अंदर से हाँ बिल्कुल वैसे ही!!! मेरा कुछ भी नहीं अब !!! #yqbaba #yqdidi #loveshit #alonebuthappy #yqbhaijan #ankyy #नफ्स़