मेरे मुल्क में एकता की बाते होती है दिल में छुपी हुई 'अनेकता' लिए हुए हम मुस्कुराहट लिए मिलते है लोगो से दिल का कोना बिलकुल जुदा रखते हुए 'अहसास' मात्र शब्द ही बनकर रह गया है जिसकी झंकार दिल नही पहुँचती अक्सर खयालो में ही अच्छाई नज़र आने लगी है 'स्वयंम्' को कितना चाहते है सब भूलकर देखो, वह आसमान भी अब बरसता नही जैसे बरसा करता था कभी किसी जमाने में हकीकत बदली या बदला कुदरत का नक्षा कौन कितना बदला है देखो जरा आईने में #दुःखहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi