सुना था किस्सा दिलजोई के लिए.. सबक दे गया वो जिंदगी के लिए.. थामा हाथ था साथ निभाने के लिए.. छोड गया ज़माने की खुशी के लिए.. रिवाजें ए मोहब्बत हे दिल्लगी के लिए.. कोई आए तो सही आशिकी के लिए.. गुजरे शहर से तेरे दीदार के लिए.. झलक एक काफी है करारी के लिए.. नजरिये अपने रखिए समझने के लिए.. दुनिया है ठेकेदार होशियारी के लिए.. #mkms S.A.Q. ©Shahzad Ahmed Qureshi #Morning #शुभप्रभात #शायरी #मोहब्बत #इश्क #mkmssaq