बरसों के दफ़न राज़ भी इन दीवारों की दरारों से अक्सर झांक कर बाहर आते है। जैसे कुछ पुराने ज़ख़्म भर कर भी जिस्म पर अपने निशान छोड़ जाते है। ©Smita Sapre #diwaar