लुत्फ़ अब देने लगी है ये उदासी भी मुझे शुक्रिया तेरा कि तूने जो किया, अच्छा किया एक बस ख़ामोश-से लम्हे की ख़्वाहिश ही तो थी और उसी ख़्वाहिश ने लेकिन शोर फिर कितना किया ©Satish mishra #gumshuda