महबूब की तड़प है,हया का पहरा है हर आहट पर जान निकलती है,हुआ इश्क का असर गहरा है ये शाम आकर कानों में,देखो क्या कह रही है दिल के हजार टुकड़े हैं,हर टुकड़े में तेरा चेहरा है कहानी अभी अधूरी है,सपना ये सुनहरा है दो रास्ते हैं ज़िंदगी के,थोड़ा धुआँ,थोड़ा अँधेरा है अजीब ये दस्तां है,रोज रंग बदलती है कहीं ज़िंदगी है प्यासी सी,कहीं छलकता हुआ सहरा है एक तू ही वो है,जिसका ख़्याल काफ़ी है वरना इस ख़ुदगर्ज दुनिया में,कौन किसके लिए ठहरा है रूह को बाँधा है,जिस्म में ज़िंदा है जिसको भी शिद्दत से चाहा है,वो कहाँ हुआ मेरा है... © abhishek trehan #तड़प #हया #इश्क़ #गहरा #manawoawaratha #yqdidi #yqbaba #lovequotes