Nojoto: Largest Storytelling Platform

मेरे हमसफऱ हम साथ-साथ हैं तो गम किस बात का है क

मेरे हमसफऱ

 हम साथ-साथ हैं तो गम किस बात का है
 कट जाएंँगे यह रास्ते हंँसते-हंँसते
 ना ही कोई गम है ना ही कोई फिक्र
 हाथों में हाथ है तो फिर किस गम का है जिक्र 
सफर जिंदगी का जी लेंगे हम यूँ ही मुस्कुराते हुए
 ना कोई शिकायत होगी ना कोई शिकवा होगी
 हर कदम पर जिंदगी की मोहब्बत होगी 
 एे मेरी जिंदगी तू ही मेरी महबूबा होगी

©DR. LAVKESH GANDHI
  #Tuaurmain#
# मेरे हमसफर #

Tuaurmain# # मेरे हमसफर #

365 Views