जख्म जिसका अंदाज़ा भी नही वो देते देह और मन को, बद-से-बदतर कर देते वो उनकी ज़िन्दगी को, ये समाज इन्कार सुनने के लिये जिनका दिमाग परिपक्व करता नहीं, मानसिक स्थिति से लेकर शारीरिक और आर्थिक सब तहस-नहस कर देते वो किसी की| @रुचि झा #WednesdayWisdom #acid_attack_victim #nojotohindi #kavishala