अमावस की रात को भला वो चाँद किधर गया होगा.. शायद किसीकी बाहों में वो जाकर बिखर गया होगा.. जब से जागी है ये आंखें इनमें ज़रा नमी नमी सी है.. रात को आंखों में फिर कोई ख्वाब गुज़र गया होगा.. कोई आया मुझे हँसाने ये देख कर मुझे फिक्र हुई थी.. मेरा दर्द ये देख कर शायद थोड़ा सा डर गया होगा.. आंखों के जब वो अंदर गया था, खुश-खुश थी आंखें.. इनके दर्द की तब ना पूछो जब वो बाहर गया होगा.. वैसे तो उस मुलाक़ात की जगह मैं अब जाता नहीं.. पर हाँ वो मेरी याद में उस जगह अक्सर गया होगा.. मैंने उसमें ख़ुदको तलाशने की कोशिश बहुत की.. सोचा कुछ तो मेरी मोहब्बत का उसमें असर गया होगा.. #Nojotohindi #hindipoetry #lovequotes #shayari #pain #lifequotes #ashiqui #quotes