संतान सुख..... नीले आसमां के पार जो भगवान बैठा है, उसने हर बच्चे में खुदी को जीवंत भेजा है, चहकती राधा भेजी है, खेलता कान्हा भेजा है औलाद जैसा कीमती ख़ज़ाना भेजा है।। पुत्र और पुत्री का होना भाग्य पर निर्भर सही, रात दोनों के जन्म की एक सी विदित रही। दोनों ही हैं अंश, माता और पिता के स्नेह का, कौन है वो साहसी जो प्राण परी के हर सका? बेटा बेटी के नियम में वर्गीकरण है क्यों भला? लड़की करे सब काम दिन भर, लड़का केवल शान का! बुद्धि बल सब एक सा है, अंतर है आकार का, बच्चों को समतुल्य माने, धर्म यही इन्सान का।। #संतानसुख #Raman #poetry #kavishala #kalakaksh #nojotohindi