वो कह के गया की आऊंगा लौट के, ज़िंदगी से तुम्हे मिलाऊंगा लौट के, ना वो पल आया ना आया वो साल वो पूछने तक ना आया मेरा हाल ज़िंदगी की डगर में बीच रह मे छोड़ गया वो मेरा हाथ एक सवाल पूछूं क्या यही था तुम्हारा साथ। आरज़ू -ए दिल की बस इतनी सी है ये बता दो ये आज कितने दिन की है ©Jai shree Radhekrishan इंतजार है तुम्हारा।हिमांशी मित्तल #Rose