हिरण्यकश्यप एक अधर्मी ,स्वंयम को ईश्वर मानने वाले के घर एक श्री हरि के भक्त का जन्म हुआ, श्री हरि की भक्ति में लीन भक्त प्रह्लाद... उसकी भक्ति से हिरण्यकश्यप होता बड़ा क्रोधित , और दंड देने प्रह्लाद को ना जाने किये कितने जतन "श्री हरि श्री हरि श्री हरि" के जप में इतना लीन की उसको दिए कष्ट सुख में परिवर्तित हो जाते होलिका जिसे अग्नि में ना जलने का वरदान था भक्त प्रह्लाद को भस्म करने के इरादे से अग्नि में बैठी हरि की भक्ति के आगे सब नतमस्तक हो गए होलिका भस्म हो गयी, प्रह्लाद श्री हरि में लीन कुछ आस नही आई उसको अंत मे श्री हरि ने लेकर नरसिंह अवतार हिरण्यकश्यप का वध किया प्रह्लाद को बैठा गोद में उसे स्नेह-प्रेम दिया भक्ति के आगे पाप ,अधर्म, ईर्ष्या, घृणा भस्म हो गए सत्य और भक्ति रंगों में रंग गए ।। ©rk_के_अल्फाज #holi #happyholi #nojoto #story #love #hindi #hindi_poetry #hindi_shayari #bhakti #vacation