सुराही और घड़े की याद से कौन मन अछूता है.! पर कहा अब कोई इन मिट्टी के बर्तनों को छूता है। कहावते और मुहावरों में ही याद किये जाते हैं। अब तो नई टेक्नोलॉजी का जमाना है फ्रिज ही उपयोग में आते हैं। आज भी इन्हें बनाने वालों के हाँथ में पड़ते छाले हैं पर मरहम नही मिलपता है ।...अब कहाँ कोई इन मिट्टी के बर्तनों को उपयोग में लाता है।। @malhotra #मज़दूरदिवस