अन्न का हर एक दाना है वरदान फसल बीज इंतजार वह करता कब यह मेघा बरसे दिन-रात कड़ी मेहनत वह करता तभी हो पाती फसलें जिनको मिलता खूब है भैया वह तो करते नखरे कोई मजदूर का बच्चा है जो एक-एक दाने को तरसे खाने को ना व्यर्थ गवाओ जिसके लिए कमाते सोचो कभी उनके बारे में जो भूखे सो जाते ©Anita Mishra #FoodSafety