हर शाम एक सूरज मरते देखा है हर सुबह एक नया सूरज आते देखा है जब मरता है तो रोशनी को अंधेरों से भरते देखा है जब आता है तो अंधेरों को रोशनी से डराते देखा है हार मान बदलो के पीछे छुपता देखा है आसमां को चीर बादलों से लड़ते निकलते देखा है दुनियां जहां को कभी उसे कोसते देखा है कभी लोगों को उसको पूजते देखा है मैंने हर शाम सूरज को टूट कर बिखरते देखा है मैंने हर सुबह सूरज को नई उम्मीद में देखा है अभी_shek ✨ #sunlight #nojoto #hindi #shayari #poetry #nojoto_shayar