🌻लेखन संगी🌻
//मुस्कियाँ//
"मुस्कियाँ गूँजती हैं फ़िज़ाओं में जो नि:शब्द कर मिज़ाज,हमें आमिर किए जाते हैं।
उफ़्फ़्!! देखती हो तिरछी निगाहों से,जीने की तमन्ना पूरी तेरी ख़ातिर किए जाते हैं।
ख़्वाहिशें कुछ जियादा नहीं है बस ,जरा सा सुकूँ बन के गुज़र जाया करो साहिबा,
झीनी झीनी सी चाहते तेरी, चाँद तारों को भी करार में मुरीद सा नाज़िर किए जाते हैं।" #yqbaba#yqdidi#yqbhaijan#bestyqhindiquotes#restzone#collabwithrestzone#rzलेखकसमूह#rztask288