जहां परिवार नहीं वो घर कैसा ग़र इंट की छत नहीं भी हो, जिसके पास परिवार का साथ हो, वो बेघर कैसा जैसे एक पेड़ अपनी डालियों के बिना महत्वहीन है, क्योंकि डालिया छोटी हो या बड़ी सभी एक साथ छाया प्रदान करते हैं यदि एक भी छोटी या बड़ी डाली उस पेड़ से अलग हो जाए तो उस पेड़ को अधिक पीड़ा होगी, साथ ही छाया का एक स्रोत घट जाएगा अर्थात परिवार अमीर हो या गरीब, छोटे हो या बड़े, सभी घर का अंग होते हैं सभी एक साथ मिलकर ही उस घर को छाया प्रदान करने में सक्षम है परिवार एक दूसरे सदस्यों की सदैव रक्षा करते हैं, चाहे बीमारी हो या शत्रु, उनमें समस्त ब्रह्मांड से अपनों के लिए लड़ने का जज्बा विद्यमान रहता है आपकी शक्ति आपका परिवार है न कि मकान ©✍️verma priya #myvoice #हैप्पीनेस #peace #कोट्स #पोएम #म्यूजिक Nakul Shahani maheshkumarkushwaha@gmail.com Sanjeev Verma Abhishek Verma Abhishek Verma@1812