Nojoto: Largest Storytelling Platform

मेरे इश्क़ का वो इम्तिहान ले रहे थे या सिर्फ़ मुझे

मेरे इश्क़ का वो इम्तिहान ले रहे थे 
या सिर्फ़ मुझे परेशान कर रहे थे ।

जब चुपके से उनके आंखो पर हाथ रखी 
वो और किसी का नाम ले रहे थे ।


कैसे ना मन में संदेह की चिंगारी उठती
पर जो मेरा सबकुछ था उससे कैसे रूठती ?

इसी कश्मकश में कब से डुबा था दिल मेरा
मन की हालात उनसे कहती तो कैसे कहती ?

 This is the part-1 of this poem.
I am going to share another part soon.
#yqdidi 
#yqbaba 
#yqquotes
मेरे इश्क़ का वो इम्तिहान ले रहे थे 
या सिर्फ़ मुझे परेशान कर रहे थे ।

जब चुपके से उनके आंखो पर हाथ रखी 
वो और किसी का नाम ले रहे थे ।


कैसे ना मन में संदेह की चिंगारी उठती
पर जो मेरा सबकुछ था उससे कैसे रूठती ?

इसी कश्मकश में कब से डुबा था दिल मेरा
मन की हालात उनसे कहती तो कैसे कहती ?

 This is the part-1 of this poem.
I am going to share another part soon.
#yqdidi 
#yqbaba 
#yqquotes